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सोनी गुप्ता

Abstract

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सोनी गुप्ता

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सतरंगी प्रकृति

सतरंगी प्रकृति

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प्रकृति का रूप है सतरंगी ,

दिखा अनुपम रूप धरा का ,

अम्बर नीला -नीला मन को मेरे भाता है ,

रंग -बिरंगा रूप प्रकृति के जीवन को महकाता है , 

जीवन का यह विस्तार प्रकृति का आधार है I


पर्वत है विशाल, नीचे सागर छलकाता यौवन है ,

पीले ,लाल,गुलाबी फूलों से किया श्रृंगार है ,

खेतों की हरियाली तो इस धरा की मुस्कान है ,

अग्नि सा चमकता सूरज ,बादल का सुंदर वह ताज है,

यही सुन्दरता प्रकृति की सुन्दरता का राज है I 


प्रक्रति की बाल्य अवस्था सुंदर कोमल लगती है ,

तारों संग रात का राजा भी चमक रहा है,

प्रकृति का सतरंगी रंग देखो दमक रहा है ,

रंग -बिरंगा रूप प्रकृति के जीवन को महकाता है , 

जीवन का यह विस्तार प्रकृति का आधार कहलाता है I

 



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