सपना
सपना
कितना अच्छा होता
सपना काश हक़ीकत होता
न हिंदू न कोई मुसलमान होता
एक ही सब का मज़हब होता
सपना काश हक़ीकत होता
ऊँच नीच का भेद न होता
समरसता का जीवन होता
सपना काश हक़ीकत होता
भ्रष्टाचार न कोई घोटाला होता
काले धन का नामो निशान न होता
सपना काश हक़ीकत होता
अस्वच्छता न कोई प्रदूषण होता
कितना सुंदर पर्यावरण होता
सपना काश हक़ीकत होता
लड़के लड़की का अंतर न होता
कलुषित हमारा समाज न होता
सपना काश हक़ीकत होता
मन में किसी के मैल न होता
आनंदित हर मानव होता
सपना काश हक़ीकत होता
न अमीर न कोई गरीब होता
प्रफुल्लित हर एक मन होता
सपना काश हक़ीकत होता
बीमारी ना कोई रोगी होता
निरोगी हर तन मन होता
सपना काश हक़ीकत होता
न कोई ग़म न विषाद होता
ख़ुशियों का ही आँगन होता
सपना काश हक़ीकत होता
न अपना न कोई पराया होता
वसुधैव कुटुम्ब भाव होता
कितना अच्छा होता
सपना काश हक़ीकत होता
