सफर
सफर
अभी बहुत से लोग मिलने बाकी हैं इस सफर में,
अभी बहुतों पे प्यार लुटाना बाकी है।।
किसी को मंज़िल तक हाथ थामे चलना है मेरा,
कोई बस कुछ लम्हों का साथी है।।
कुछ लोगों के साथ उम्र भी कम पड़ेगी अब,
कुछ लोगों की बस याद ही काफ़ी है।।
अभी बहुत से लोग मिलने बाकी हैं इस सफर में,
अभी बहुतों पे प्यार लुटाना बाकी है।।
किसी को मंज़िल तक हाथ थामे चलना है मेरा,
कोई बस कुछ लम्हों का साथी है।।
कुछ लोगों के साथ उम्र भी कम पड़ेगी अब,
कुछ लोगों की बस याद ही काफ़ी है।।