सफर परिवार के साथ
सफर परिवार के साथ
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अकेले हम ही हम तो क्या हम है
अकेले तुम ही तुम तो क्या तुम हो,
हम तुम अगर साथ न हो तो गम है
हम तुम अगर साथ हो जाए तो हम है l
इतनी जल्दी मुँह नहीं मोड़ना है
अभी तो जिंदगी में और जीना है,
बहुत जी लिए अपने लिए हम
अब अपने परिवार के लिए जीना है l
मंजिल का तो पता नहीं पर
सफर परिवार के साथ जारी है,
लगन सच्ची है रास्ते भी खुल जायेंगे
हमें अपने परिवार के लिए जीना है l