सफ़र मोहब्बत का
सफ़र मोहब्बत का
दिल जिसको ढूंढे वो मिल जाए ऐसा कहां हो पाता है
जिसका ख्याल मन में रहे उस राह कौन जा पाता है।
जिससे मुहब्बत करें वो आसानी से हासिल हो ऐसा प्यार कहां,
बिना डर के दुनिया को दिल - ए- हाल बता दिया जाए ऐसा इज़हार कहां।
'ख़्वाब ' जिंदगी में जिसको पाने का आंखों में बसता है,
उस ख़्वाब की कीमत ही महंगी है जनाब ,वरना और सब कुछ तो सस्ता है।
प्यार ऐसा है कि किसी को अपना हमसफ़र चाहना पर उसको ये कभी ना बता पाना ,
शायद जब सब कुछ रुक सा जाएगा अगर उसी का हो हमारी जिंदगी में आना ।
ठहर सी जाती है देख कर उसको नजर हमारी ,
दिल क्या है जनाब, मिले अगर वो, तो नाम है उसके ये जिंदगी सारी।
मोहब्बत मुश्किल है गालिब पर इसको निभाने की भी अपनी एक अदा है,
जिस पर हम मरते हैं उसी के लिए ही मरें ऐसी मोहब्बत पर ही तो हम फ़िदा हैं।

