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Preeti Gg

Romance

2  

Preeti Gg

Romance

ख्वाहिश

ख्वाहिश

2 mins
419


हम नए सफर पर निकले है

जहां नई नई बहार नए नए फूल खिले है

दिल में कुछ नई कुछ पुरानी

ख्वाहिश ले आगे बढ़ी हूँ

बस उसी का हाथ है जो मेरे साथ है

जिसे पकड़ एक नई सीढ़ी पर खड़ी हूँ

रात भी चमकीली और चांदनी है

चाहत इतनी है उससे

जैसे कोई मीठी चाशनी है

अब सूरज की तपती धूप,

वो गर्मी भी अच्छी लगती है

जब भी उसके ख्याल

मेरे मन में होते है और

मेरी ख्वाहिश भी उसके साथ चलती है

सूरज की किरणों से मेरा

चेहरा भी खिला खिला है

जब से मेरी जिंदगी में

उसकी मौजूदगी का साथ मिला है

रात अंधेरी होती रहती है और

उससे चाहत, उससे प्यार और गहरा 

जब भी चांद की चांदनी में

वो मुझे और मैं देखती हूँ उसका चेहरा

ख्वाहिश एक ही है चांद की

चांदनी भी उसके नाम हो

डूबते सूरज की लाली भी

उसके साथ देखूं

जब भी उसके साथ मेरी शाम हो

प्यार बहुत है उससे जिसे 

शब्दों में बतलाई नहीं जा सकती 

जैसे सूरज की किरणों और

चांद की चांदनी छुपाई नहीं जा सकती

ख्वाहिश है मैं जाऊं जहां

मिलो तुम ही वहां

इस दिन की हरी वादियों में

किस्सा अपना हो 

तेरे संग जीने का एक छोटा सा सपना हो

ख्वाब है कि इन चांदनी रातों में

जियूँ तेरे संग

तेरे नाम की जिंदगी हो

तेरे नाम की हर रात हर दिन

बस वजह तू ही हो मेरी खुशियों की 

वजह मैं भी रहूं तेरी खुशियों की

मेरी जिंदगी का ताला भी तुम हो

चाभी भी तुम हो

इन महकती वादियों में

चमकती रातों में एक दूसरे में

खोए हम ही हम हो

वहां ले चल तू मुझे

जहां कोई और ना हो

तेरे साथ रहूं तेरे पास रहूं

जहां हम ही हम हो और कोई शोर ना हो

सूरज की धूप से तपती रेत में भी

तेरे साथ चल पडूं कोई फिक्र नहीं

मेरे ख्यालों की दुनिया में बस

तू बसता है और किसी का जिक्र नहीं

बस ऐसे ही ये लम्हे तेरे साथ गुजर जाए

बस ये रातें ये तेरी बातें

कभी मुझसे यूँ ही ना मुकर जाए

मैं तो बहुत करती हूँ तुझसे प्यार

बस राह देख रही हूँ कब तू करेगा इजहार 

मैं बस करती रहती हूँ मेरे ख्यालों में तुझसे बातें

चाहे ढलती शाम हो या चांदनी रातें

बस अब तेरे साथ जीने मरने की ख्वाहिश है

ये चांदनी रात मुझसे कभी ना रूठे

जो तेरे साथ बिताई है

अब रब से यही गुजारिश है।



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