सफ़र 2021का
सफ़र 2021का
यात्रा जिंदगी का हिस्सा है
या जिंदगी ही इक यात्रा है
इक साल नया आता है
फिर धीरे-धीरे सरक जाता है
पिछला साल जब आया था
2021 थोड़ा डर लाया था
कोरोना की दशहत फैली थी चारों ओर
घरों में बंद बैठे थे लोग डरकर और
कितनों ने अपनों को खो दिया
अंतिम उनका दर्शन भी न हुआ
वक़्त तो रूकता नहीं वो भी बीत गया
बहुत बड़ा सबक पर सिखाकर गया
पैसे से बढ़कर है अपनों का स्नेह
और रखो स्वास्थ्य अपना अपडेट
टीकाकरण ने देश को दी इक उम्मीद
काका, चाची, बुआ, मामी सबने ले लिया
धैर्य और हिम्मत से इसको पार किया
2022 का हर्ष से स्वागत किया।
