संस्कार
संस्कार
समंदर की हसीन लहरे
बहुत कुछ कहती है
पैर की निशान बचाये रखने को
जम के खड़ा रहना सिखाती है।
ये हसीन जिंदगी भी
हम से यही कहती है
संस्कार बचाये रखने को
जम के खड़ा रहना सिखाती है।
समंदर की ही तरह
फेंक दो सारा कचरा
दिमाग से बाहर
जो दिन रात ये मीडिया
अंदर भरती है।