जिन रास्तों पर साथ चलने की कसमें खाई थीं हमने आज उन रास्तों पर में अकेला ही खड़ा हूँ , जिन रास्तों पर साथ चलने की कसमें खाई थीं हमने आज उन रास्तों पर में अकेला ही ...
जो दिखा रहे वो हम देख रहे जो दिखा रहे वो हम देख रहे
कष्ट यदि श्वास हरे छाती फुला स्वयं में तू विश्वास भर। हार यदि निराश करे मुस्कुराकर कष्ट यदि श्वास हरे छाती फुला स्वयं में तू विश्वास भर। हार यदि निराश करे ...
जहां मिला करते थे हम हर शाम, वो पेड़ तले आंखों में गुमनाम। जहां मिला करते थे हम हर शाम, वो पेड़ तले आंखों में गुमनाम।
पैर की निशान बचाये रखने को जम के खड़ा रहना सिखाती है। पैर की निशान बचाये रखने को जम के खड़ा रहना सिखाती है।
ये ज़माना अब हिंद का कर रहा इशारा गज़र ये ज़माना अब हिंद का कर रहा इशारा गज़र