संकल्प
संकल्प
संकल्प अगर दृढ़ हो तो,
जिंदगी की राह सरल बन जाती है,
जिंदगी का खेल जीतना हो तो,
अपने आप मुसीबतें दूर हो जाती है।
संकल्प अगर दृढ़ हो तो,
पथ्थर से पानी निकल आता है,
मन मक्कम रखकर आगे बढो तो,
आसमान को भी इन्सान छू सकता है।
संकल्प अगर दृढ़ हो तो,
दुश्मन भी हमारे दोस्त बन जाते है,
दृढ संकल्प रखकर आगे बढो तो,
देश की सल्तनत भी हिल जाती है।
संकल्प अगर दृढ हो तो,
खंभ में सें भगवान नृसिंह प्रगट होते है,
दृढ संकल्प से भक्ति करो तो "मुरली",
भवसागर भी पार किया जाता है।
रचना:-धनज़ीभाई गढीया"मुरली" (ज़ुनागढ - गुजरात)
