संघर्ष
संघर्ष
सारे यार-दोस्त अब कमाने लगे है,
घर वाले भी अब ताने सुनाने लगे है,
जिन दोस्तों का एक दिन भी गुजारा नहीं होता था हमारे बिना,
उन्हें भी हम अब फालतू नज़र आने लगे है।
फर्क नहीं पड़ता अब कि दुनिया क्या कहती है
ये तो मै और मेरा रब ही जानता है कि
कितनी शिद्दत से हम अपने लक्ष्य को पाने में लगे है।