सम्राट भारत
सम्राट भारत
सर्वधर्म समभाव का भारत,
सबके मन के भाव का भारत,
जन जो जब भी आया भारत,
सबको गले लगाता भारत।
सकल विश्व में कहाँ कोई ऐसा,
जैसा तेरा मेरा प्यारा भारत,
पंथ सभी जो हैं बतलाते,
वही मार्ग अपनाता भारत।
सारे मत यहाँ साझे हैं रहते,
जैसे एक परिवार हो भारत,
इसके टुकड़े जो कर पाये,
जन्मा न अब तक वह बब्बन।
सत्य सनातन सदा रहा है,
सदा रहेगा भारत भारत।