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Neetu Tyagi

Inspirational

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Neetu Tyagi

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समझौतो से हारी नारी

समझौतो से हारी नारी

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समझौते करती रहती नारी

फिर भी अपनों से ही हारी नारी,

समझौता अपने बड़ों से

सिर और आंखें झुकाए रखने का 

समाज के बनाए नियमों को चुपचाप सहजाने का

 समझौता अपने छोटो से


 जेनरेशन गैप के नाम पर हर नई

बात को स्वीकार करने का

 समझौता सरकारों से

चुनाव जीतकर संविधान की शपथ लेकर

सत्ता की चाबी पति और बेटों के हाथ मे देने का

समझौता अधिकार से

 पितृ सत्ता में कन्यादान के नाम पर

 त्याग कर देना विरासत में मिली संपत्ति का


कभी समझौता परिवार से

लड़की हो लड़की बन कर रहो

जैसे तानों को सहने की तदबीर का

 समझौतो से ही समझौता करती रहती वह बेचारी

पहले तो निर्वस्त्र घुमाई जाती

वह नारी फिर दुनिया में वायरल होती


वह बेचारी सहानुभूति के वस्त्रों में लिपटी रहती 

नारी फिर भी नग्न दिखाई देती रहती

वह बेचारी नारी तुम केवल अवसर हो मत घबराओ !

 सत्ता लोलुप पक्ष विपक्षी शैतानों से 

मत बांधो उम्मीदें इन झूठे मूठे

हैवानों से अपना दीपक स्वयं बनो तुम

छोड़ो सब समझौते के पैमानों को।


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