सलीका
सलीका
सलीका अदब का भी
आना चाहिए,
हर झगड़ा उलझ कर
नहीं सुलझाया जाता!
एक हद तक फासला
बहुत ज़रूरी है ,
हर खैरखां को दोस्त
नहीं बनाया जाता!
दिल में दर्द है अगर तो
अश्कों को बहने दो,
ये मोती अनमोल है
हर किसी के लिए इनको
नहीं बहाया जाता!
कशमकश में, मैं हूं कि
मुझमें कशमकश,
नीर, मुझसे अब ये मुद्दा
और नहीं उलझाया जाता।
