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गुॅंजन कमल

Tragedy

3  

गुॅंजन कमल

Tragedy

सिफारिश

सिफारिश

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सिफारिश  लोगों  की  कमजोरी  को  दर्शाती   है

जमीर इजाजत न दे फिर भी इसकी लत लग ही जाती है।

इश्क की  सिफारिश  में लाखों   बर्बाद हुए

ऑंसुओं की बारिश में अनेकों दिल तबाह हुए ।

सिफारिश की थी खुदा से मैंने मेरे महबूब को उसका इश्क मिले

महबूब तो बहुत खुश है मगर मेरे टूटे दिल को कुछ सुकून के पल मिले ।

सिफारिश    करते  रहे  ये   हमें   मंजूर   नहीं

लोग हमें गिरा समझे इतने भी हम कमजोर नहीं ।

सिफारिश पर नहीं हिम्मत और मेहनत पर यकीं रखते हैं

कामयाब होंगे एक दिन हम अपने हौसलों को बुलंद रखते हैं ।

सिफारिश करनी ही है तो हम अपने दिल के लिए करें

इस दिल की हिफाजत करना आओ खुदा से हम यही सिफारिश करें ।

          



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