शुरुआत हुई
शुरुआत हुई
तन्हा राहें वीरान ज़िन्दगी
और मायूसी की मौजे थी
कोई न था बस मैं और
मेरी खामोशियाँ थी
गुमनामी के अँधेरे से
उजालों की मेरी दुनिया हुई
जब से तुमसे मुलाकात हुई
नयी दिशा नयी डगर मिलने लगी
विश्वास की एक लौ
दिल में जलने लगी
तुम जबसे मिले ऐ हमदम
खुशियों की नयी शुरुआत हुई।