शत शत प्रणाम
शत शत प्रणाम
अच्छी शिक्षा और सद्गुण दे
करें जो सबका चरित्र निर्माण
ऐसे गुरु को शत शत प्रणाम।
अपने ज्ञान की गंगा में
विद्यार्थी को डुबकी लगवाते
अवगुण दोष साफ कर सारे
निर्मल तन मन उसे बनाते।
होता तभी नव राष्ट्र निर्माण
ऐसे गुरु को शत शत प्रणाम।
शिक्षक मानो इक कुम्हार
सुंदर मूरत करे तैयार
बाहर ठोक पीट ले चाहे
भीतर हाथ का सदा सहारा ।
निस्वार्थ सेवा इनका है काम
ऐसे गुरु को शत शत प्रणाम।
ऐसे गुरु को शत शत प्रणाम।