अध्यापिका,कवि, नाटककार,एस्ट्रोलॉजर,मंच संचालिका,7 पुस्तकें प्रकाशित, 10सांझा काव्य संग्रह,।नव साक्षरों के लिए लिखी गयी पुस्तक ' मेला' को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मान।चंडीगढ़ और हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा सम्मानित।
वह यह भी नहीं समझ पायेगा कि पुरुष का संडे वह यह भी नहीं समझ पायेगा कि पुरुष का संडे
थक नहीं गयी क्या तुम आदर्श होने का बोझ ढोते ढोते ? थक नहीं गयी क्या तुम आदर्श होने का बोझ ढोते ढोते ?
लगा देती हूँ पैबंद क्षमा का और बचा लेती हूं रिश्ता।। लगा देती हूँ पैबंद क्षमा का और बचा लेती हूं रिश्ता।।
झूम झूम यूँ धरती गाती गीत रे, जब धरा पर रिमझिम बरसे प्रीत रे. झूम झूम यूँ धरती गाती गीत रे, जब धरा पर रिमझिम बरसे प्रीत रे.
तुम से होली रंगों वाली, तुमसे रोशन दीवाली है। गुरु पर्व मनाते और ईद तुम से होली रंगों वाली, तुमसे रोशन दीवाली है। गुरु पर्व मनाते और ईद
वाहनों की लंबी लंबी कतारों के शोर में कहीं खो गया है। वाहनों की लंबी लंबी कतारों के शोर में कहीं खो गया है।
मैं मान गयी। मैं मान गयी।
कहने भर से नहीं हो जाता कोई दिल से.…. दूर जीवन से ....दूर। कहने भर से नहीं हो जाता कोई दिल से.…. दूर जीवन से ....दूर।
ये सब कहने वाले अपने न थे पराये थे ! ये सब कहने वाले अपने न थे पराये थे !
शोर भी है शांति भी है तुम पर है तुम क्या चुनोगे ! शोर भी है शांति भी है तुम पर है तुम क्या चुनोगे !