शर्मा जी की बत्ती
शर्मा जी की बत्ती
सिग्नल सिग्नल सब कहैं ,
और खतरा कहै ना कोई,
जो खतरा पहचान ले,
उसका कल्याण हो।
एक दिन की बात है,
शर्मा जी गये बाजार,
संग में उनकी प्रेमिका,
चलत गाड़ी कौ सार।
शर्मा जी के एक फ्रेण्ड,
मिले जो रोड के पास,
बोले बत्ती आगे लाल है,
जाना सम्भल कर यार।
शर्मा जी थे भोले भाले ,
समझना पाये बात,
आगे बढकर जो देखा,
मिली पत्नी खासमखास।
