श्री
श्री
बे पाक है अंदाज़,
ज़िन्दगी को देखने का आपका ज़रा हटके है अंदाज़।।
किताबी ज्ञान से परे काफी कुछ हमने आपसे सीखा है,
एक शिक्षक के रूप में हमें एक मित्र मिला है,
आप बस यूं ही मुस्कुराती रहना,
बस यूं ही महकती रहना।।
बे पाक है अंदाज़,
ज़िन्दगी को देखने का आपका ज़रा हटके है अंदाज़।।
ज़रा सी चुलबुलाहट,
और चेहरे पर अनोखी मुस्कुराहट,
हमें हमसे रूबरू कराया,
आपने परिधानों के इतिहास से हेम रूबरू करवाया।।
बे पाक है अंदाज़,
ज़िन्दगी को देखने का आपका ज़रा हटके है अंदाज़
ज़िन्दगी की राहों में बिन गुरु चलना कठिन है,
भीड़ भाग से भरी इन राहों में राहत मिलना है कठिन,
हमारा खुद को देखने का नज़रिया भी आपने बदल दिया,
खुद को कमियों और खूबियों के साथ अपनाना आपने हमें सिखाया।।