श्राद्ध होगा...
श्राद्ध होगा...
जीवन जीना है यही सिर्फ
इसलिए जीने की इच्छा नहीं है
कर्तव्य को लेकर बैठा हूं सीने पर
निभाने से पहले भी डरना नहीं है
मां-बाप से लिया है सब कुछ मैंने
दिए बिना अपना सब कुछ
उस दिन से पहले भी मरना नहीं है।
धोखा देना आता नहीं मुझे
वफा से ही मेरा नाम होगा
जिस दिन हार मान ली मैंने
उसी दिन मेरा श्राद्ध होगा।
जिस देश में जीता हूं गर्व से
उस कुदरत से अभी हटना नहीं है
जिन खुशियों के लिए करता हूं सब कुछ
उस कष्ट से डरना नहीं मुझे है
इस जान ने जब तक किसी को दिया नहीं जीवन
उस जान का मुझको मोह नहीं है।
हारना मुझे आता जरूर है
हार ना मानने वालों में मेरा नाम होगा
जिस दिन हार मान ली मैंने
उसी दिन मेरा श्राद्ध होगा।