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Dr Rakesh R Mund

Inspirational

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Dr Rakesh R Mund

Inspirational

शिवा

शिवा

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काल विकराल ढाल को हाल करे देखो

   शशि जान्हवी शिर सज्जित भक्ति सीखो ।

      आशुतोष निलकंठ भुजंग करे शोभा

      अंशुमाली प्रकटीकरण बढ़ते आभा ।।


     तंन्त्र यंत्र मंन्त्र के स्वामी लाया

वेद पुराण यज्ञ कि आहुति सबकुछ पाया ।

   आदियोगी वो भभूत वाले तुम बाबा

निरंजन पशुपति तुम भक्त करता दावा ।।


  कैलाशपति उमापति शिवशंभु तू भोले

  अघोर तू अनंत तू अविनाशी जग खिले ।

       त्रिशूल धारी नंदी सवारी बाबा

  भांग धतुरा विल्व तुझे ही प्यारा शिवा ।।


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