शिव
शिव
हे भोले भंडारी मस्तक गंगा धारी
अर्धनारीश्वर सृष्टि धारीहिमालय निवासी
नटराजन शक्ति दाता तुममे सृष्टि समाई
हे भोले भंडारी मस्तक गंगा धारी
12 ज्योतिर्लिंगों में पूजे जग सारा
मनोकामना पूर्ण करो जब व्रत करे कोई पुजारी विवाह हो शीघ्र जब-जपे नाम तुम्हारा
पालनहार तुम्हें विनाशक कन कन में तुम समाए
कार्तिकेय गणेश अशोक सुंदरी के पिता महादेव
त्रिनेत्र धारी ओम नमः शिवाय कहकर जपे जग सारा
पार्वती प्रिय हे भोले भंडारी मस्तक गंगा धारी।