शिक्षक
शिक्षक
नए तथ्य व रोचक बातें, प्रतिदिन बताता है "शिक्षक"।
मझधार में फंसी नैया, स्वयं पार लगाता है "शिक्षक"।
कड़ी धूप में तपकर, ठंडी हवाएं चलाता है "शिक्षक"।
लड़कर दूभरताओं से, पथ सुदृढ़ बनाता है "शिक्षक"।
हर समस्या का हल, क्षण में ढूॅंढ लाता है "शिक्षक"।
जो विकल्प शेष न हो, गुरुमंत्र बताता है "शिक्षक"।
बीज ज्ञानकोष के, मस्तिष्क में उगाता है "शिक्षक"।
सदैव अपने ओष्ठों से, अमृत बरसाता है "शिक्षक"।
सुबह ज्ञान के दीपक, साधना से जलाता है "शिक्षक"।
सांझ रक्षा में इनकी, ख़द खड़ा हो जाता है "शिक्षक"।
अन्त में हमें बना दक्ष, हमसे मात खाता है "शिक्षक"।
तभी शिक्षक दिवस में, हमें याद आता है "शिक्षक"।