STORYMIRROR

Bharat Bhushan Pathak

Inspirational

2  

Bharat Bhushan Pathak

Inspirational

शिक्षक

शिक्षक

1 min
416


गुरू का ज्ञान मिल जाए,

तो जीवन में उजाला हो। 

नग अज्ञान ढल जाए गुरू का,

जब भी सहारा हो।।

गुरू नदियों की धारा हैं,

हैं वो ज्ञान की ज्योति ।


हम नन्हे दीपक हैं जो,

गुरू के आँच से जलते।

गुरू ममता की मूरत है,

वो स्नेह के हैं तरुवर।। 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational