Bharat Bhushan Pathak
Others
हाँ मैं जिन्दा हूँ, पर क्या !
केवल साँस चलना ही
जीवन है, या हैं ..
भावनाएं, कुछ भी !
क्या, बूझकर जीना !
जीवन है।
बेमन चल लेना
ही चलना है सोचता रहता,
बैठ वो ...पोंछ.. संवेदनाओं के
उन ....आंसूओं को !
मैं द्रुपद पु...
सीधी बात
मर्दों की भाव...
कोरोना भगाओ,स...
मेरी भावनाओं ...
नाम की चाह नह...
सीखूँ कैसे
सीख रहा हूँ अ...
पूछ गयी वो जल...
ईश्वर हमको .....