STORYMIRROR

RAKESH KUMAR YADAV

Inspirational

4  

RAKESH KUMAR YADAV

Inspirational

शिक्षक दिवस पर विशेष

शिक्षक दिवस पर विशेष

1 min
291


जन्म दिए माता- पिता, गुरु ने दीन्ही ज्ञान।

दूर हुई अज्ञानता, जगत मिली पहचान।।


अन्तर्मन उज्जवल हुआ, हुआ झूठ का बोध।

देव तुल्य आचार्य का, करें सदैव सम्मान।।


गुरु वाणी अमृत बसे, जिनमें हैं परमार्थ।

जिनके वचनों से सदा, होते सभी कृतार्थ।।


शिक्षक दीपक तुल्य ही, शिक्षा जिनका नूर।

गुरु रूपी पर ब्रह्म को, शीश नवाये पार्थ।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational