I'm RAKESH KUMAR and I love to read StoryMirror contents.
माँ तेरी ही आँचल में मैंने, जीवन की खुशियां पायी। माँ तेरी ही आँचल में मैंने, जीवन की खुशियां पायी।
देव संस्कृति का जिसनें, किया जगत उत्थान। देव संस्कृति का जिसनें, किया जगत उत्थान।
आजाद हिन्दुस्तान में, ऐसा वीर चाहिए।। आजाद हिन्दुस्तान में, ऐसा वीर चाहिए।।
धन्य धन्य यह पावन माटी, महिमा जिसकी अपरम्पार। धन्य धन्य यह पावन माटी, महिमा जिसकी अपरम्पार।
हिंद देश के निवासी, हिन्दी भाषा मृदुभाषी। सभ्यता विकास हेतु, हिन्दी भाषा चाहिए।। हिंद देश के निवासी, हिन्दी भाषा मृदुभाषी। सभ्यता विकास हेतु, हिन्दी भाषा चाहि...
गुरु रूपी पर ब्रह्म को, शीश नवाये पार्थ।। गुरु रूपी पर ब्रह्म को, शीश नवाये पार्थ।।
बीत गए षट मास, अभी कितना है खोना। होगा कैसे दूर, जगत से यह कोरोना।। बीत गए षट मास, अभी कितना है खोना। होगा कैसे दूर, जगत से यह कोरोना।।