शिक्षा वरदान
शिक्षा वरदान
विद्या दात्री का वरदान,
प्रथम गुरु माँ है पहचान।
कोई बच्चा न चिकने घड़े समान,
शिक्षा स्वानुभवों की खान।।
हर बच्चे के अन्दर ज्ञान,
जाग्रत करना शिक्षा का काम।
शिक्षा विहीन जन पशु समान,
शिक्षित हो, बन जाये इंसान।।
शिक्षा सत्मार्ग दिखलाए, जीवन जीना सिखलाए।
चहुमुखी विकास कराए, ज्ञान को व्यवहार में लाए।
शिक्षा भेदभाव मिटाए, आत्मविश्वास बढ़ाए।
मान-सम्मान दिलाए, मंजिल तक पहुँचाये।।
शिक्षा जीवन पर्यन्त चलती,
हर कदम कुछ नया सिखाती।
गलती से भी सीख दिलाती,
सुधार की तकनीक बतलाती।।
शिक्षा जीवन का आधार,
है बहुमूल्य रत्न उपहार।
शिक्षा का है व्यापक सार,
देश की उन्नति का आधार।।
शिक्षा है एक चुनौती,
सकारात्मक ऊर्जा से भरा मोती।
शिक्षा अंतर्मन में ज्योतिर्मयी उतरती,
ज्ञान की किरणें, कौशलों का प्रकाश फैलाती।।