शिकायत करूँ मैं किससे
शिकायत करूँ मैं किससे
तुझसे बात करना चाहूं तो
तेरे पास वक्त नहीं होता
मुझे जब जब जरूरत होती है
तू कभी साथ नहीं होता
तू ही बता शिकायत करु किससे
गर हाथों में तेरा हाथ नहीं होता !
कहीं जाना हो कभी भी तो
तेरा इंतजार करता रहता हूं
तू अगर नहीं आती तो मैं भी
तेरे बिन जाने से इनकार करता हूं
तू ही बता शिकायत करु किससे
गर तेरे अलावा किसीसे प्यार नहीं होता!
तुम्हारे साथ रोज नहीं बीतता तो
बस एक दिन रविवार चाहिए
बीत जाएगा यह उम्र यूं ही बस
तेरे जैसा ही एक यार चाहिए
तू ही बता शिकायत करु किससे
गर तेरे बिना मेरा कोई त्योहार नहीं होता !
शिकायत तुझसे ये भी है सुनो
तुम कोशिश कभी करतीं नहीं हो
मैं मिलने आ भी जाता हूँ पर
तुम तो कभी समय पे मिलती नहीं हो!

