शहीद
शहीद
एक वतन हमारा है, एक वतन तुम्हारा है
यहॉं पर भी इंसान है, वहॉं पर भी इंसान है
फिर भी इंसान, इंसान से डरता क्यों है ?
माँ रोटियां बनाती है, बेटा जंगलों में गोलियां खाता है
महलों को सजाते हैं देश के राजा
परिवार के लिए तड़पता है देश का बेटा
अपनी नींद भी तेरे नाम लिख दी
पत्थरों में रहनेवालों दिल इसे कहते है।
हम वतन में पैदा हुए है,
हम वतन पर मर जाएंगे।
हमें शहीद कहते हैं !
ना दौलत मिली, ना शोहरत मिली
कुछ ख़्वाब दिल के भी थे,
हे ! भारत मांँ तेरे बच्चे सोए,
इतनी हसरत बस मेरे मां के दिल में भी थी।
