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Dr Arun Pratap Singh Bhadauria

Tragedy

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Dr Arun Pratap Singh Bhadauria

Tragedy

शब्दों का हादसा

शब्दों का हादसा

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शब्दों की करुण पुकार ने,

मेरा मन झंकृत कर दिया.

बाद में कुछ शब्दों ने,

मेरे मन को झुलसा दिया.

देखा यह चमत्कार शब्द का,

आपको कैसा लगा?

कुछ शब्द किसी ने गुनगुनाये,

सुध-बुध खो बैठा.

उन्हीं शब्दों में रम गया,

लगा जैसे शब्दों ने,

मेरा दिल जीत लिया.

बाद में उसी ने,

कुछ ऐसे शब्द सुनाये,

कि मेरा दिल जख्मी गया.

सारे सपने टूट गये,

मैं अवाक् देखता रहा,

यह क्या हो गया?

शब्दों ने, 

किसी को मुझसे छीन लिया.

देखा आपने शब्दों का हादसा.



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