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Yogeshwar Dayal Mathur

Classics

4  

Yogeshwar Dayal Mathur

Classics

शब्द

शब्द

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190

उम्र दराज़ के बक्से में 

टटोल रहे थे पुरानी यादें

कबीरदास की एक रचना याद आई

शब्दों के धनी थे कबीर

शब्द के बारे में ही कहा है उन्होंने


शब्द सम्हारे बोलिये, 

शब्द के हाथ न पांव

एक शब्द औषधि बने,

एक शब्द करे घाव ! "

इसपर हमारी श्रद्धा है

और लिखा


सुघड़ शब्द मुख बोलिए

सुंदर फूल समान

ना कोहूं को आहत करें

ना कटु करें सरोकार "

   

सुंदर शब्दों से 

बनती हैं सुंदर पंक्तियां 

पंक्तियां से बनती हैं 

सुंदर कविताएं

सुंदर कहानियां

और मोहक बोल।


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