सर्वमंगल मांगल्ये, ऐसी हमारी रीति है। हां वसुधैव-कुटुंबकम,ये हमारी प्रीति है।। सर्वमंगल मांगल्ये, ऐसी हमारी रीति है। हां वसुधैव-कुटुंबकम,ये हमारी प्रीति है।...
हिंदी भारत का गौरव है, इसका सभी सम्मान करें हिंदी भारत का गौरव है, इसका सभी सम्मान करें
सहिष्णु मैं नहीं, दूसरे मज़हब की बहुत की अवहेलना, व्यवसाय ही मेरा ईमान, परोपकार से हुआ नहीं कभी सा... सहिष्णु मैं नहीं, दूसरे मज़हब की बहुत की अवहेलना, व्यवसाय ही मेरा ईमान, परोपका...
कबीर- एक गज़ल कबीर- एक गज़ल
अपने ही किस्से सुलझा ना सके, उसकी पीरों में, फ़क़ीर हो गया ... अपने ही किस्से सुलझा ना सके, उसकी पीरों में, फ़क़ीर हो गया ...
पहन ले चोला मानवता के नाम का कर गुमान बस मानवता के नाम का। पहन ले चोला मानवता के नाम का कर गुमान बस मानवता के नाम का।