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pooja nathawat

Romance

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pooja nathawat

Romance

शायरी

शायरी

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तेरी नज़रों के हमने रंग बदलते देखें है ,

कभी इश्क में डूबे कभी नफरतों में जलते देखें है

न जाने कब वो नक़ाब गिर गया जो इश्क की कसमें खाता था   

अरे हजूर हमने सुर्ख रंगों की चादरों के कफ़न बनते देखें है



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