चेहरे का रंग बदलते वो, तो कोई गुमा ना था चेहरे का रंग बदलते वो, तो कोई गुमा ना था
कभी इश्क में डूबे कभी नफरतों में जलते देखें है कभी इश्क में डूबे कभी नफरतों में जलते देखें है
रोज़ सूरत बदल के मिलता है। तुझ पे कितने नक़ाब हैं भाई। रोज़ सूरत बदल के मिलता है। तुझ पे कितने नक़ाब हैं भाई।
मैं खाखी से कुछ तमगे हटा दूंगा, मैं चरण स्पर्श करूँगा कुछ ज्ञानी के, और अज्ञानी को सारे सन्देश सुना ... मैं खाखी से कुछ तमगे हटा दूंगा, मैं चरण स्पर्श करूँगा कुछ ज्ञानी के, और अज्ञानी ...
जब तुम मेरी मोहब्बत ठुकरा कर साथ छोड़ देते हो , तुम्हे क्या पता मुझ पर कितने सितम करते हो .... जब तुम मेरी मोहब्बत ठुकरा कर साथ छोड़ देते हो , तुम्हे क्या पता मुझ पर कितने सितम...
कैसी भी परिस्थितियाँ हो, सब कुछ सभाँल लेता है पूरुष । कैसी भी परिस्थितियाँ हो, सब कुछ सभाँल लेता है पूरुष ।