सड़क और छोटी सी गिन्नी।
सड़क और छोटी सी गिन्नी।
एक सलाह देता हूं,
गिन्नी,
ध्यान लगाकर,
तुम सुनना,
दुर्घटनाग्रस्त,
हो जाने से,
रुक जाना,
ही बहुत भला,
बॉल का उस पार,
सडक के,
निकल जाना,
ही बहुत भला,
रुक जाओगी तो,
मुस्कुरा पाओगी,
लग जाएगी,
चोट अगर तो,
खेलने घर के,
बाहर,
भी ना,
आ पाओगी,
इसलिए रुक जाना,
ही भला,
करोगी जल्दबाजी,
अगर तुम तो,
ज्यादा कुछ नहीं कर पाओगी,
हाथ पैरों में,
चोट लगा लाओगी,
मम्मी होंगी,
नाराज बहुत,
फिर बॉल ना,
कभी भी तुम
खेल पाओगी,
खेलना है तो,
यहां नहीं,
गार्डन में जाओ,
रोड पर चलती,
गाड़ियों,
और कारों से,
खुद को और,
दूसरों को भी,
दुर्घटनाग्रस्त,
होने से बचाओ,
फिर भी जाना हो,
बहुत जरूरी,
तो तुम,
जरुर जाओ,
परन्तु,
तब यातायात नियम,
अवश्य अपनाओ
दाएं देखो, बाय देखो,
फिर से एक बार,
दाएं देखो और शीघ्र,
रोड पार कर जाओ,
ज़ेबरा क्रॉसिंग को अपनाओ,
और जागरूक नागरिक,
होने का,
फर्ज निभाओ,
फिर भी सलाह,
मेरी मानो तुम गिन्नी,
कभी भी खेलने,
ना सड़क पर जाओ,
होर्न सुनो,
दे सुनाई,
कोई,
हार्न की,आवाज,
तो फौरन,
सड़क बीच से,
तुम हट जाओ,
ना घबराओ ना हडबढ़ाओ,
पार करनी है,
अगर सड़क तो,
सिर्फ ध्यान वहीं,
सड़क पर लगाओ,
फिर भी सलाह,
मेरी मानो तुम गिन्नी,
सड़क पर,
ना तुम उधम मचाओ,
खतरों के बीच,
जान ना,
अपनी फसाओ,
सुरक्षित रहो और,
खेलने तुम सिर्फ,
गार्डन में जाओ,
मेरी बस तुम,
यही एक,
सलाह मान जाओ,
सड़क पर खेलने,
गिन्नी तुम,
कभी मत जाओ।।
