सच्ची आजादी
सच्ची आजादी
आओ हर घर में तिरंगा फहराएं,
नील गगन में सबसे ऊंचा लहराएं,
मिल करके नया इतिहास बनाएं,
आजादी का स्वर्णिम पर्व मनाएं।
देखो घर एक ना कोई छूट जाए,
जिस छत पर तिरंगा ना लहराए,
आओ उस घर तक हाथ बढ़ाएं,
सब तिरंगे के रंग में मिल जाएं।
कड़ी-कड़ी कर जंजीर जुड़ जाए,
हो एकता तो पर्वत भी मुड़ जाए,
छोड़ ऊंच-नीच हम एक हो जाएं,
सच्ची आजादी का झंडा लहराएं।
मिलकर कदम-कदम बढ़ते जाएं,
हर एक वो ऊंचाई हम चढ़ते जाएं,
आओ देश को विजयी विश्व बनाएं,
सच्ची आजादी का वो शंख बजाएं।