सच्चे नेता जी
सच्चे नेता जी
जय भारत माता
जय भारत माता !
हमें, कुछ नहीं आता,
मगर हमारा राजनीति
से है गहरा नाता।
इसलिए हर कोई
मूर्ख बन जाता,
अपना समझ,
हमें सर पर बिठाता।
जय भारत माता !
जय भारत माता !
बेरोजगारी मिटाने में,
अपना क्या है जाता ?
हमारा तो हर सरकारी
दफतर में चल जाता।
इसलिए हमारे बच्चों को,
वहाँ का, अफसर चुना जाता।
जय भारत माता !
जय भारत माता !
गरीबी बढ़ती है ! तो बढ़े,
अपने बाप का क्या है जाता ?
अपना तो हर बैंक में है खाता,
घर में पैसा भी खूब आता।
जय भारत माता !
जय भारत माता !
कोई भूखा मरे ! तो मरे,
उससे अपने पर क्या
फर्क पड़ जाता ?
हमें तो सुबह-शाम
खाने को मिल जाता।
हमारे हस्ताक्षर के बिना तो,
अनाज भी कहीं ना जाता।
जय भारत माता !
जय भारत माता !
एक तरफ
हिन्दू भड़क जाता,
दूसरी तरफ
मुस्लिम झगड़ जाता।
लोगों का जीवन-मरन
दुश्वर हो जाता
पर हम पर कोई
फर्क न पड़ पाता।
हमारे बँगलों के आगे तो,
पुलिसवालों का समूह लग जाता
जय भारत माता !
जय भारत माता !
कोई, यहाँ दर्द से चिल्लाता,
कोई, वहाँ रोता नज़र आता
इनसान तड़प-तड़प कर मर जाता
लाशों का भी ढ़ेर लग जाता।
मगर हमें कुछ नज़र न आता,
पार्टी की चकाचौंध में,
सब छुप जाता।
जय भारत माता !
जय भारत माता !
