STORYMIRROR

Amresh Kumar Akela

Abstract

3  

Amresh Kumar Akela

Abstract

सच्चा साथी कौन

सच्चा साथी कौन

1 min
822

"खुशी" पूछती है मुझसे 

तू क्यों डरता है मुझसे, 

मैं हूं तो जिंदगी है, 

सारा जहाँ है मुझसे। 


मैंने भी कह दिया

लोग ढूंढते होंगें तुम्हें, 

पर मुझे कोई

आरजू नहीं तुम्हारी। 


मेरी यारी है

तुम्हारे गैर ("दुख") से, 

जिसके न होने से

तुम्हारी कोई कहानी नहीं। 


क्यों छोड़ूं मैं "दुख" का साथ, 

वो मेरा हमदम है। 

तुम दो पल के साथी, 

वो मेरे हर पल हमसफर है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract