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Rudra Prakash Mishra

Abstract

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Rudra Prakash Mishra

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सभ्य / असभ्य

सभ्य / असभ्य

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एक समय था,

जब हम थे आदिम,

रहते थे,जंगलों में।

बिल्कुल ही 

पशुओं की भाँति,

प्रकृति के संग।


फिर

धीरे-धीरे,

हम होने लगे,

अक्लमंद।

शुरू कर दी,

सभ्य होने की दौड़।


और, 

करने लगे,

उस परम सत्ता प्रकृति से,

छेड़-छड़।

और, हम होते गए,

असभ्य।


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