पिता
पिता
आँख दिखाते हैं ,
डाँटते भी हैं ।
पीट भी देते हैं -
कभी - कभी ।
टोकते हैं ,
कभी - कभी ।
रोकते हैं ,
कभी - कभी
कुछ करने से ।
कहते हैं ,
जोर देकर -
कभी - कभी
कुछ करने को ।
उन्हें पता है
हमारा हित ।
हमारा अनहित ।
उन्हें फिक्र रहती है
हमेशा ,
हमारी ।
कभी - कभी खलता है ,
पिता का होना
पर हमेशा
बहुत खलता है ,
पिता का ना होना ।