सावधान हम तो- करे क्या कोरोना?
सावधान हम तो- करे क्या कोरोना?
लापरवाही सारी तजकर हम, जगें और जगाएं,
कोरोना मुक्त दुनिया हम सब ही,मिलकर बनाएं।
तभी घर से निकलें जब हो जाना, बड़ा ही जरूरी,
रखें अति सावधानी हम,और सदा सुरक्षा भी पूरी,
हर एक दूसरे से रखिए सदा, ही दो गज की दूरी,
घर छोड़ने से पहले ही मास्क, हम सदा ही लगाएं,
कोरोना मुक्त दुनिया हम सब ही, मिलकर बनाएं।
नाक-मुंह से होती है इसके, विषाणु की प्रविष्टि,
पोषण-सफाई-मनोबल पर रखें, सब खास दृष्टि,
मानसूनी दिनों में कोई हो न पाए, इसकी कुदृष्टि,
सावधानी तो रखें पूरी, जरा भी हम नहीं घबराएं,
कोरोना मुक्त दुनिया हम सब ही, मिलकर बनाएं।
मन की खुशी से बढ़ती है, रोग प्रतिरोधक शक्ति,
बने एण्टीबाडी दिलाते हैं, हमको रोगों से मुक्ति,
रहें सब ही सुरक्षित सदा,अपनाएं ऐसी ही युक्त्ति,
रहेंगे हम भी सुरक्षित जो, सुरक्षित सबको बनाएं,
कोरोना मुक्त दुनिया हम सब ही,मिलकर बनाएं।
सदा उपचार से बेहतर बचाव है, हम सब ही ये जानें,
सक्रिय रख कर तन-मन,निर्देश सारे हम सब ही मानें,
मनमानी का भाव त्यागकर, हम रार रोगों से ही ठानें,
कोरोना ही क्यों रोग पास कोई भी, फटक भी न पाएं,
कोरोना मुक्त दुनिया हम सब ही, मिलकर बनाएं।
सबकी सुरक्षा में खुद ही, सुरक्षा भी तो हमारी है,
अपनी और अपनों की सुरक्षा, सबकी जिम्मेदारी है,
सामूहिक सहयोग हल है इसका, और जन-भागीदारी,
जग का हर जन परिजन है अपना, भाव ऐसे बनाएं
कोरोना मुक्त दुनिया हम सब ही, मिलकर बनाएं।