Shailaja Bhattad
Classics
अकेलेपन के
इतने
आदी भी
न हो जाओ कि,
किसी का साथ भी
साथ ना लगे।
प्रोत्साहन
उत्सव प्रभु र...
राम धुन अनमोल...
श्रीराम जय रा...
करवा चौथ
शरद पूर्णिमा ...
सत्संग
माँ शाकम्भरी
जय अंबे मात
माँ ब्रह्मचार...
यह झूठ छुपाने के लिए तेरे आगोश में खुद को सुलगने दिया। यह झूठ छुपाने के लिए तेरे आगोश में खुद को सुलगने दिया।
भाषण के जाल में फाँसते हैं फिर कन्नी काटते हैं। भाषण के जाल में फाँसते हैं फिर कन्नी काटते हैं।
अपनी ख़्वाहिशों के दायरे से तू कभी निकल के तो देख। अपनी ख़्वाहिशों के दायरे से तू कभी निकल के तो देख।
ऊंट वफ़ा दिखाने को दे रहा कुरवानी है। लोमड़ी अब नए जंगल की बनी रानी है। ऊंट वफ़ा दिखाने को दे रहा कुरवानी है। लोमड़ी अब नए जंगल की बनी रानी है।
मंगलमय हो जीवन सबका, ऐसी महिमा मंडित करना।। मंगलमय हो जीवन सबका, ऐसी महिमा मंडित करना।।
ऐसा ही प्यारा व अनोखा सा रिश्ता है मेरा स्टोरी मिरर के साथ। ऐसा ही प्यारा व अनोखा सा रिश्ता है मेरा स्टोरी मिरर के साथ।
“चूल्हे” सिमट गए गैसों में और इंसान सिमट गए पैसों में। “चूल्हे” सिमट गए गैसों में और इंसान सिमट गए पैसों में।
आज उसकी आँख भी सुख गए इस नदी की पानी की तरह... आज उसकी आँख भी सुख गए इस नदी की पानी की तरह...
तेरा साथी तेरा हमराज तेरी खुशी है वो है तो दुनिया ये जन्नत है। तेरा साथी तेरा हमराज तेरी खुशी है वो है तो दुनिया ये जन्नत है।
ढेर सारा स्नेह लेकर श्याम आ रहा हूँ मैं तेरी गली। ढेर सारा स्नेह लेकर श्याम आ रहा हूँ मैं तेरी गली।
सबके दुख कष्ट हरने मानव का श्रेष्ठ अवतार बनकर आया ! सबके दुख कष्ट हरने मानव का श्रेष्ठ अवतार बनकर आया !
कोठी बंगले वाले श्वानों को दूध पिला रहे हैं, बूढ़े माता पिता वृद्धाश्रमों में आंखों देख कोठी बंगले वाले श्वानों को दूध पिला रहे हैं, बूढ़े माता पिता वृद्धाश्रमों में ...
कुछ इस तरह मैं अपना घर सम्भाल लेती हूँ ! चुभता मुझको भी है, पर मैं हँसकर टाल देती कुछ इस तरह मैं अपना घर सम्भाल लेती हूँ ! चुभता मुझको भी है, पर मैं हँ...
सिंह सवारी मातु की, बिन्दी सोहे लाल। दुष्टों को संहारती, लिए हाथ में भाल।। सिंह सवारी मातु की, बिन्दी सोहे लाल। दुष्टों को संहारती, लिए हाथ में भाल।।
ईर्ष्या परिवार को बर्बादी की कगार पर खड़ा करती हैं। ईर्ष्या परिवार को बर्बादी की कगार पर खड़ा करती हैं।
नाम तुम्हारा रोशन करूँ उजियारी दीपक की बाती ! नाम तुम्हारा रोशन करूँ उजियारी दीपक की बाती !
तुम जिंदगी भर साथ निभाओगे कैसे ? तुम जिंदगी भर साथ निभाओगे कैसे ?
सब अष्ट सिद्धियां पा जाएंगे,परंतु ज़रा सब्र करना होगा ! सब अष्ट सिद्धियां पा जाएंगे,परंतु ज़रा सब्र करना होगा !
आती है यादें बेशुमार आपकी जनाब, इश्क में यूँ मत सताया कीजिए। आती है यादें बेशुमार आपकी जनाब, इश्क में यूँ मत सताया कीजिए।
जप लो राधे कृष्ण को, सब जन सुबहों शाम।। जप लो राधे कृष्ण को, सब जन सुबहों शाम।।