साथ तेरा...
साथ तेरा...
ज़िंदगी कुछ और होती
अगर साथ तेरा होता,
ना ये मायूसी होती,ना ये गम होता
सब कुछ होते हुए भी जो कमी है मुझमें,
शायद वो कमी का एहसास ना होता।
ज़िंदगी कुछ और होती
अगर साथ तेरा होता,
ना ये मायूसी होती,ना ये गम होता
सब कुछ होते हुए भी जो कमी है मुझमें,
शायद वो कमी का एहसास ना होता।