साध्य, साधन और साधना
साध्य, साधन और साधना
साध्य के लिए साधन और साधना,
यही है जीवन में सफल होने की आराधना।
छोड़नी पड़ेगी बुरी आदतें और
बीती बेवजह की बातों को होगा त्यागना।
उद्योग निरत नित रहना होगा,
मैदान से कभी नहीं भागना।
यही है बुलन्दियों को छूने की संकल्पना।
बाधाएं पग -पग पर आएंगी,
करना होगा डटकर उनका सामना।
तुझे सफल होने से कोई रोक नहीं सकता,
जब ठान लोगे मन में सफल होने की कामना।
सच्चे लगने और निष्ठा से तुझे लक्ष्य के प्रति भागना,
साध्य के लिए साधन और साधना।
यही है सफल होने की आराधना।।
