रुकना मेरा काम नहीं
रुकना मेरा काम नहीं
ए मेघ तू ऐसे न अड़ा कर अपनी मर्ज़ी पर
आखिर चन्द पलों का मेहमान है तू।
सूर्य साहब शौर्य तेज़ बहुत है आप में
वृहत विशाल ताकतवर भी बहुत हो।
छोटे-छोटे कणों से बना मैं भाप का गोला हूँ
ग़र आ गया ख़ुद पर तो धरती दर्शन न हो पाएंगे।
इसलिए कहता हूँ, न रोका न टोका करो
रुकना मेरा काम नहीं, इसी में जग की भलाई है।
