रंग
रंग
कुदरत के रंग हैं देखो कितने प्यारे
कहीं फूल लाल खिले तो कहीं सुंदर नजारे
झरने बहते हुए संगीत सुनाते हैं जैसे
बर्फ की चादर ओढ़े पर्वत शुभ्रता बिखेर रहें हों जैसे
सीखें हम भी कुदरत से इन रंगों की महिमा
जिंदगी के कैनवास पर रंग ऐसे बिखेरे
रंगों से भरा नज़र ये आए
कोई भी जगह रंगहीन न रह जाए।