रिश्ते और संबंध
रिश्ते और संबंध
संबंध
और रिश्ते
एक दूसरे के
पूरक होते हैं
संबंध अगर
मधुर है तो
रिश्ता भी
मधुर होता है
संबंध कसैला
अगर हो जाए तो
रिश्तों में भी
कड़वाहट
आ जाती है
रिश्ते अगर
चलाना हो तो
संबंध में
समर्पण रखना
पड़ता हैं
ईमानदारी से
संबंध निभाना
पड़ता है
तभी जाकर
रिश्ते मजबूत और
प्रगाढ़ बनते है
वही रिश्ते
अटूट होते हैं।
