हर घर में है मोदी की चाहत ! हर घर में है मोदी की चाहत !
इस दुनिया में, और उस दुनिया में। इस दुनिया में, और उस दुनिया में।
सब धुंधला है पास आते जाओगे दृश्यता बढ़ती जायेगी तस्वीर साफ नजर आएगी। सब धुंधला है पास आते जाओगे दृश्यता बढ़ती जायेगी तस्वीर साफ नजर आएगी।
क्योंकि उस निशा के प्याले से उतर चुकी होती है कलानिधि की कलई भी क्योंकि उस निशा के प्याले से उतर चुकी होती है कलानिधि की कलई भी
रिश्तों को कुछ इस तरह गले लगाये रखना। रिश्तों को कुछ इस तरह गले लगाये रखना।
माना के सफर अभी नया है पर एक दिन माहिर मैं बन जाऊँगी। माना के सफर अभी नया है पर एक दिन माहिर मैं बन जाऊँगी।